क्या झूठी लोकप्रियता और सुरक्षा पाने के लिए रचा था ड्रामा
गाजियाबाद(करंट क्राइम)। सिहानी गेट पुलिस, साइबर सेल और एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल की टीम ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस मामले में जो पीड़ित था अब वही आरोपी बनके सामने आ गया है। पुलिस ने उसके इस कृत्य को बेनकाब कर दिया है। पुलिस इस मामले में जल्द ही सिर तन से जुदा करने के संबंध में व्हाट्सएप कॉल पर धमकी देने के पीड़ित डॉ अरविंद अकेला को गिरफ्तार कर सकती है। साथ ही उसपर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में तैयारी शुरू कर दी है।
वहीं जिस अस्थमा के मरीज युवक को अकेला फंसाना चाह रहे थे पुलिस ने पूरी जांच के बाद उसकी किसी भी संदिग्ध भूमिका होने से इंनकार करते हुए उसे क्लीन चिट दे दी है। एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया है कि डॉक्टर ने सस्ती लोकप्रियता और सुरक्षा की लालसा के चलते पूरा ड्रामा रचा था। पुलिस जल्द ही पीड़ित से आरोपी हुए डॉक्टर को गिरफ्तार कर सकती है।
जानकार युवकों बनाया था आरोपी
पुलिस ने बताया है कि एसओजी, साइबर सेल और सिहानी गेट पुलिस ने जब पूरे मामले जांच शुरू की तो पता चला कि अरविंद अकेला चिकित्सक हैं। इनका लोहिया नगर में निजी क्लीनिक है। उन्होंने कुछ दिन पूर्व अनीश कुमार नाम के लड़के से दिल्ली खिड़की इलाके में मुलाकात की थी और इस दौरान इसका दोस्त करण भी साथ था।
अरविंद अकेला ने अस्थमा से पीड़ित इस लड़के को दवाइयां और डाइट पर अन्य जानकारी दी थी। साथ ही जब अनीश द्वारा पैरों में सूजन व सांस लेने में दिक्कत होने की जानकारी बताइए और फोन किया तो उन्होंने उसके फोटोग्राफ्स व्हाट्सएप पर मंगा लिए और इसके बाद पूरा नाटक रचा था। दोनों एक दूसरे को पूर्व में जानते थे और पूरा प्रकरण सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए था।
झूठी शिकायत देने वालों का पुलिस कर रही है इलाज
गाजियाबाद पुलिस झूठी शिकायत देने वालों के खिलाफ इन दिनों जमकर कार्रवाई कर रही है। कौशांबी पुलिस बीते एक माह के दौरान तीन लोगों को झूठी सूचना देने के आरोप में जेल भेज चुकी है। तो वहीं सिहानी गेट थानाक्षेत्र में जब यह मामला प्रकाश में आया है तो अब इस मामले के पीड़ित आरोपी पाए गए हैं और अब वह कार्रवाई वाली जद में आ गए हैं। पुलिस ने बताया है कि अरविंद अकेला युवक से जान पहचान होने का फायदा उठाते हुए उसे फंसा रहा था और जो फोन कॉल विदेश से आने की बात की जा रही थी वह कॉल डायवर्ट होने की वजह से ऐसे प्रतीत हुई थी।
पुलिस की कई दिन तक रही सिर दर्दी
सिहानी गेट एसएचओ नरेश कुमार शर्मा ने बताया है कि पूरे मामले में पीड़ित की शिकायत आते ही पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया था। साथ ही साइबर सेल, एसओजी, क्राइम ब्रांच और प्रमुख टीमों को लगा दिया गया था। क्योंकि पीड़ित ने बताया था कि सिर तन से जुदा करने के संबंध में धमकी दी गई है और पूरा प्रकरण सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो गया था। इस वजह से पुलिस सक्रिय हो गई थी। पुलिस ने फोन नंबर की पड़ताल करते हुए जब युवकों की तलाश शुरु की और पूरी पूछताछ की गई तो कोई ऐसा सबूत नहीं मिला जिससे यह सिद्ध हो कि धमकी भरी कॉल के पीछे का मकसद है। वहीं युवक पुलिस का सहयोग व सारी बातें सही बता रहा था। जिसके बाद पुलिस का पूरा शक अकेला पर गया। फिलहाल पुलिस जल्द ही अरविंद अकेला को हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी।
डॉ. अरविंद अकेला ने जारी किया वीडियो
पुलिस ने पीड़ित को आरोपी बताते हुए तमाम सबूत पेश किये तो देर शाम अरविंद अकेला ने खुद को बेकसूर बताते हुए कहा कि पुलिस उन्हें फंसा रही है। वहीं इसी प्रकरण में स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने भी एक वीडियो जारी की है जिसमें अकेला के साथ कोई साजिश होती है तो उसके जिम्मेदार एसपी सिटी और जिला पुलिस होगी।
Discussion about this post