रूप चौधरी ने कांग्रेस नेताओं को सलाह दी कि वे एक सार्वजनिक मंच पर आकर उनसे बहस कर लें तो पता चल जायेगा कि भाजपा की दोनों सरकारों ने कितना रिकार्ड विकास कार्य किया है। कांग्रेस की सरकारें भाजपा के सामने कहीं नहीं टिकती हैं।
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। भाजपा के पूर्व विधायक रूप चौधरी ने कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष और एआईसीसी सदस्य हरेन्द्र कसाना द्वारा जारी बयान को राजनीति से प्रेरित तथा तथ्यहीन बताया है। पूर्व विधायक रूप चौधरी ने कहा कि जनरल साहब पर आरोप लगाना सूर्य पर गंदगी फैकने के समान है। वो देश की धरोहर है और उनका सम्पूर्ण जीवन राष्टÑ को समर्पित है। गाजियाबाद की जनता का सौभाग्य है कि उन्हें एक देशभक्त जनसेवक मिला है। पूर्व विधायक रूप चौधरी का कहना है जिस दिल्ली सहारनपुर मार्ग का कसाना जिक्र कर रहे हैं उस मार्ग के पुर्ननिर्माण के लिए केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को धनराशि उपलब्ध करायी जार ही है। इस मार्ग का प्रस्ताव पहले की तरह राज्य लोक निर्माण विभाग ही बना रहा है। अगले तीन वर्षों के रख-रखाव के लिए जनरल साहब लोक निर्माण विभाग को धनराशि उपलब्ध करा रहे हैं। जनरल साहब के प्रयास के कारण गाजियाबाद में अनेक विकास कार्य किये गये हैं जिनकी सूची बहुत लम्बी है। रूप चौधरी ने कांग्रेस नेताओं को सलाह दी कि वे एक सार्वजनिक मंच पर आकर उनसे बहस कर लें तो पता चल जायेगा कि भाजपा की दोनों सरकारों ने कितना रिकार्ड विकास कार्य किया है। कांग्रेस की सरकारें भाजपा के सामने कहीं नहीं टिकती हैं।
रूप चौधरी ने दावा किया कि जनरल साहब देश पर आये संकटों में हमेशा संकट मोचक साबित हुए हैं। पूरा राष्टÑ उनका सम्मान करता है। गाजियाबाद की जनता उनसे बेहद प्यार और सम्मान करती है। यही वजह है कि वे दोनों बार रिकार्ड मतों से विजयी हुए हैं और वर्ष 2024 में भी वे फिर रिकार्ड मतों से विजयी होंगे। भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस के कुप्रचार का हर मंच पर उत्तर देने को तैयार हैं।
हरेन्द्र कसाना ने लगाये थे दिल्ली-सहारनपुर मार्ग को लेकर यह आरोप
(करंट क्राइम)। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष हरेन्द्र कसाना ने प्रेस नोट जारी कर ये आरोप लगाया था कि जनरल वीके सिंह ने 9.5 साल पहले जो गांव गोद लिये थे वो अभी भी गोद में है। उड़ान योजना के तहत बने हिंडन एयरपोर्ट से प्रदेश की राजधानी लखनऊ और इलाहाबाद के लिए उड्डयन मंत्री होते हुए उड़ान तक शुरू नहीं करा पाये। दिल्ली-सहारनपुर-लोनी मार्ग जर्जर मार्ग है। 2025 तक ठेकेदार के पास जिम्मेदारी होने के बावजूद मंत्री होते हुए वह प्रेस वार्ता में ठेकेदार को बचाकर अपने नेताओं पर दोषारोपण करते नजर आये। वह दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे पर एक कट तक पास नहीं करवा पाये जबकि वो खुद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री हैं।
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