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पेंटर पहुंचना था दिल्ली-एनसीआर में अफीम की खेप
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कभी रोडवेज बस तो कभी लग्जरी गाड़ियों से होती थी माल की डिलीवरी
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क्राइम ब्रांच की टीम ने स्कॉर्पियो गाड़ी में 5 किलो अफीम की बरामद
गाजियाबाद, करंट क्राइम । पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम बनने के बाद गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच टीम लगातार मादक पदार्थों की बड़े पैमाने पर तस्करी करने वाले गिराहों पर शिकंजा कस सही है। इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच की टीम ने 5 किलो अफीम के साथ दो अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस ने लगभग सवा करोड़ रुपए की कीमत की अफीम जप्त की गई है। अधिकारियों का दावा है कि इस अफीम को एक स्कॉर्पियो गाड़ी में झारखंड से बरेली के रास्ते दिल्ली- एनसीआर में पहुंचाया जाता था। फिर यह है अफीम की खेप कई पार्टियों तक पहुंचाई जाती थी। क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई से नारकोटिक्स इकाई वलों के भी होश उड़े हुए बताए जा रहे हैं। शनिवार को एडीसीपी सच्चिदानंद ,एसीपी क्राइम अजीत रजक और इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद््की की टीम ने इस पूरे गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
मोटे लालच के लिए पेंटर करता था माल की डिलीवरी
करंट क्राइम । पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे मामले में क्राइम ब्रांच ने रवि कश्यप निवासी मुरादाबाद और थान सिंह के भाई को गिरफ्तार किया है। दोनों पर आरोप है कि यह लगभग सवा करोड़ रुपए की अफीम को झारखंड से बरेली लेकर आते थे और फिर दिल्ली-एनसीआर और पंजाब तक इस अफीम की सप्लाई की जाती थी। अफीम को सप्लाई करने के लिए यह कभी रोडवेज की बसों को चुनते थे, तो कभी स्कॉर्पियो गाड़ी से माल की खेप पहुंचाई जाती थी। पुलिस की मानें तो रवि कश्यप हाई स्कूल तक पढ़ा हुआ है और हरिद्वार में एक कार कंपनी में पेंटर का काम करता था। मोटा पैसा कमाने के लिए इसने अफीम की खेप पहुंचने का काम शुरू कर दिया। क्राइम ब्रांच की माने तो यह लोग अब तक दिल्ली-एनसीआर में 4 से 5 बड़ी खेप पहुंचा चुके हैं। थान सिंह का छोटा भाई भी कुछ माह पहले अफीम की तस्करी में जेल जा चुका है। इसी के साथ इस पूरे गैंग में कई राज्यों के तस्करों का नेटवर्क जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
क्राइम ब्रांच ने फैला दिया है तस्करों के लिए जाल
करंट क्राइम । पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में हर महीने झारखंड, बिहार और बरेली के रास्तों से मादक पदार्थों की बड़ी खेप दिल्ली-एनसीआर में पहुंचाई जाती है। यहां से नशे का पूरा सामान स्कूल, कॉलेजों, बड़े होटल और फार्म हाउस में होने वाली नशे की आलीशान पार्टियों में पहुंचाया जाता है। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का दावा है कि पिछले केवल छह माह के दौरान गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट लगभग 5 करोड़ रुपए से अधिक की अब तक मादक पदार्थों की तस्करी में माल बरामद कर चुकी है। गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस की कार्रवाई नंदग्राम थाना क्षेत्र इलाके से की गई है।
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