दो बार से बसपा के इस वार्ड में भाजपा दावेदारों का चुनावी एलान
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। निगम चुनाव पास है और अब तैयारी में ज्यादा समय नहीं बचा है। यदि चुनावी सूत्रों की मानें तो नवम्बर के महीने में चुनावी रणभेरी बज जायेगी और दिसम्बर में निगम सदन में 100 पार्षद चुनकर आयेंगे। अपने अपने वार्डों में सभी हार्ड तैयारी कर रहे हैं।
डोर टू डोर जा रहे हैं, और सबसे बड़ी बात ये है कि टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। तैयारी कितनी भी कर लो लेकिन टिकट नहीं मिला तो सारी दावेदारी बेकार हो जाती है। दैनिक करंट क्राइम नदियापार इलाका यानी साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के सभी वार्डों में दावेदारों की तैयारी का एक जायजा ले रहा है।
वार्ड की भौगोलिक परिस्थिति से लेकर मतदाताओं के मन को टटोल रहा है। इस कड़ी में आज बात नदियापार इलाके की वार्ड 82 की। ये इलाका मुस्लिम बाहुल्य इलाका माना जाता है और यहां पर दो योजनाओं से बसपा काबिज है और सबसे बड़ी बात ये है कि यहां भाजपा कमजोर नहीं है और वो यहां पर महज चार वोटों से कमल खिलाने से चूक गयी थी। इस बार तैयारी शुरू है और सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि जिस वार्ड से बसपा जीत रही है उस वार्ड से कांग्रेस और सपा इतनी जोर शोर से ताल नहीं ठोक रही हैं जितनी दमदार तरीके से यहां भाजपा के दावेदार आये हैं।
भाजपा के कालीचरण पहलवान का चुनावी एलान
वार्ड 82 से भाजपा के विनय चौधरी भी दावेदारी कर रहे हैं और यहां से भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता कालीचरण पहलवान ने चुनाव लड़ने का एलान किया है। वो चुनाव की तैयारी कर रहे हैं और उनका दावा है कि यदि पार्टी मुझपर भरोसा दिखायेगी तो मैं यहां से चुनाव जीतकर दिखाउंगा।
रेलवे बोर्ड मेम्बर से लेकर मंडल उपाध्यक्ष लड़ना चाहते हैं चुनाव
वार्ड 82 से चुनाव लड़ने वालों ने भाजपा दावेदार अधिक हैं। रेलवे बोर्ड के सदस्य और भाजपा कार्यकर्ता संदीप पाल ने यहीं से चुनावी ताल ठोकी है। उनका कहना है कि मुझे उम्मीद है कि पार्टी मुझे ही इस वार्ड से उम्मीदवार बनायेगी। रेलवे बोर्ड सदस्य संदीप पाल ने कहा कि यदि पार्टी ने मुझे मौका दिया तो मैं यहां से चुनाव जीतकर दिखाउंगा। वहीं भाजपा किसान मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष कैलाश यादव भी वार्ड 82 से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनका भी दावा है कि वह लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं और यदि पार्टी उनकी दावेदारी पर भरोसा जताती है और उन्हें उम्मीदवार बनाती है तो वह भाजपा की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।
हम कराते हैं यहां विकास और जनता करती है हम पर विश्वास : वारिसा
वार्ड 82 मौजूदा समय में महिला आरक्षित वार्ड है। यहां से बसपा की पार्षद वारिसा हैं। वारिसा का कहना है कि वह दो बार से यहां वार्ड पार्षद हैं। पहले यहां से उनके पति यामीन अलवी पार्षद रहे हैं और सीट महिला आरक्षित होने के बाद वह चुनाव लड़ी और जीती थी। दावेदारी के सवाल पर उनका कहना था कि बिल्कुल जनता की सेवा के लिए चुनाव में उतरेंगे। उन्होंने कहा कि हम दूसरी बार पार्षद हैं और जनता हम पर विश्वास करती है। क्योंकि हम क्षेत्र का विकास बिना किसी भेदभाव के कराते हैं। यही वजह है कि जनता हमें चुनकर भेजती है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम तीसरी बार भी जनता के भरोसे पर खरा उतरेंगे।
जवाहर पार्क और शहीदनगर के 16 हजार मतदाता करते हैं पार्षद डिसाईड
साहिबाबाद विधानसभा के जवाहर पार्क और शहीदनगर का ये इलाका नगर निगम में वार्ड 82 के नाम से दर्ज है। यहां लगभग 16 हजार मतदाता हैं। यदि पिछला रिकॉर्ड देखें तो ये मतदाता जिस भी साईड जाते हैं उधर से ही पार्षद को डिसाईड कर देते हैं। जवाहर पार्क के साथ साथ शहीद नगर का ई ब्लॉक कालोनी इस वार्ड में आता है। यहां पर अपेक्षाकृत मुस्लिम वोटों की संख्या अधिक है। अन्य समाज वर्ग और जाति के वोट भी यहां हैं। लिहाजा यहां पर चुनाव का फूल दोनों ही अवस्था में खिलता है। यदि वोट ध्रुवीकरण हो जाते हैं तो भी और यदि वोटों का विभाजन हो जाता है तो यहां चुनाव का निर्णय तय हो जाता है। वोटरों के रूझान का सैलाब यहां चुनाव का चेहरा तय कर देता है।
चार वोट से मिली थी विनय चौधरी को यहां हार
यदि चुनाव में तकदीर कनेक्शन की बात करें तो यहां इलेक्शन में भाजपा के विनय चौधरी इसी कनेक्शन में सलेक्शन से अलग रह गये थे। वो पार्षद रहे हैं और पूर्व पार्षद विनय चौधरी का कहना है कि वह पिछले चुनाव में महज चार वोटों से चुनाव हारे थे और उनका दावा है कि यदि पार्टी उनपर विश्वास दिखाती है तो वह चुनाव को जीतकर दिखायेंगे।
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