42 किलोमीटर का मार्ग होगा शिवमय, लगेंगे 130 से ज्यादा कांवड़ शिविर
कांवड़ यात्रा के दौरान जनपद रहेगा 9 जोन और 20 सेक्टरों में विभाजित
गौरव शशि नारायाण (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। सावन शिवरात्रि पर कांवड़ यात्रा 2022 को लेकर पुलिस-प्रशासन से लेकर परिवहन विभाग, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, आबकारी, खाद्य सुरक्षा, वन, सिंचाई और अन्य विभागों ने कांवड़ यात्रा को लेकर मैराथन तैयारियों का सिलसिला शुरू कर दिया है। कांवड़ यात्रा के दौरान जहां कस्बा मुरादनगर से टीलामोड़ तक लगभग 25 किलोमीटर का कांवड़ मार्ग रहेगा। तो मोदीनगर खादराबाद बॉर्डर से गाजियाबाद होते हुए दिल्ली बॉर्डर की दूरी लगभग 42 किलोमीटर की रहेगी। इस दौरान मार्ग पर पड़ने वाले कई प्रमुख मंदिर भी रहेंगे। जिसमें मुरादनगर गंग नहर घाट, दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर और दिल्ली रोड स्थित देवी मंदिर के साथ ही मोहन नगर पर प्राचीन मंदिर भी शामिल है। कांवड़ यात्रा के मद्देनजर जिले में चार कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। यात्रा को लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें कांवड़ शिवरों से लेकर मार्ग तक खानपान की व्यवस्था देखेंगा। चिकित्सा विभाग भी बड़े दस्ते के साथ कांवड़ मार्ग और शिविरों की देखरेख करेगा। कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरीके की गड़बड़ी ना हो इसके लिए मार्ग को गड्ढा मुक्त बनाने के साथ-साथ जनपद को 9 जोन और 20 सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा। जिले में सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन कैमरों, सीसीटीवी और सिविल डिफेंस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी और पर्याप्त संख्या में पीआरवी और पुलिस टीमों का गठन किया जाएगा। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह और एसएसपी मुनिराज प्रतिदिन अलग-अलग थानाक्षेत्रों और इलाकों का दौरा कर रहे हैं। वहीं एसपी देहात डा. ईरज राजा, एडीएम प्रशासन रितु सुहास, एडीएम सिटी विपिन सहित अन्य राजपत्रित अधिकारियों की ओर से व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ उपयुक्त दिशा निर्देश भी जारी कर रहे हैं। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कांवड़ यात्रा में शामिल होने और पुष्प वर्षा हेलीकॉप्टर से किए जाने का कार्यक्रम होने के बाद अधिकारियों की धड़कनें इसलिए भी तेज हैं कि कहीं खुद सीएम भी कार्यक्रम में शामिल ना हो जाएं। संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री हवाई दौरे से शिव भक्तों पर पुष्प वर्षा करेंगे। इस दौरान वो मुजफ्फरनगर से लेकर गाजियाबाद, मेरठ और बागपत में शिव भक्तों का अभिनंदन भी करेंगे।
जिले में लगेंगे 130 से ज्यादा कांवड़ शिविर
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। सावन शिवरात्रि पर कांवड़ यात्रा 2022 की तैयारियों में जिला प्रशासन लगा हुआ है। इसके लिए कांवड़ शिविरों को अनुमति प्रदान करने का कार्यक्रम शुरू हो गया है। जिले में इस बार 130 से ज्यादा कांवड़ शिविर लगाने की अनुमति दी गई है। साथ ही जिले के 52 से ज्यादा शिव मंदिरों पर जलाभिषेक किया जाएगा। इस दौरान जनपद में कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए चार कंट्रोल रूम भी स्थापित किए जाएंगे। जो गंग नहर पर, मेरठ तिराहे पर, टीलामोड़ पर और जिला मुख्यालय विकास भवन पर कंट्रोल रूम के रूप में कार्य करेगा।
9 जोन में बांटा जाएगा जिला
कांवड़ यात्रा के मद्देनजर किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो और कहीं पर भी अशांति ना फैले इसके लिए जिले को 9 जोन और 20 सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा। एडीएम सिटी गाजियाबाद को नगर जोन और अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन गाजियाबाद को ग्रामीण जोन का प्रभारी बनाया गया है। जनपद को 4 सुपर जोन में विभाजित किया जाएगा। जिसके प्रभारी अपर जिलाधिकारी प्रशासन, नगर, लॉ एंड आॅर्डर और वित्त एवं राजस्व रहेंगे। वहीं सेक्टरों में सेक्टर मजिस्ट्रेट की राउंड दॅ क्लॉक ड्यूटी रहेगी। दूधेश्वरनाथ मंदिर परिसर के भीतर छह मजिस्ट्रेट और बाहरी व्यवस्था के लिए तीन मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं।
खानपान पर रहेगा 15 अधिकारियों का ध्यान
कांवड़ यात्रा के दौरान शिविर में दूषित खाद्य सामग्री इस्तेमाल ना हो या उसे खाकर कोई बीमार ना हो इसके लिए खाद एवं सुरक्षा विभाग के 15 अधिकारियों की तैनाती की गई है जो अलग-अलग स्थानों पर नजर रखने का कामब करेगा। साथ ही खानपान की व्यवस्था की भी जांच करेंगे। शिविर में प्रयोग होने वाली सामग्री और भोजन की गुणवत्ता की भी नियमित रूप से जांच कराई जाएगी। कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली समस्त मीट की दुकानों को पूर्ण रुप से बंद रखा जाएगा।
दूधेश्वरनाथ मंदिर पर बनेगी विशेष कोविड हेल्प डेस्क
भले ही दो साल बाद कांवड़ यात्रा हो रही हो और कोविड-19 का खतरा पहले से कम हो गया हो पर जिला प्रशासन और सरकार शिव भक्तों के स्वास्थ्य को लेकर कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। इसी के चलते सभी कांवड़ शिविरों पर कोविड-19 हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी। खासतौर पर दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर पर विशेष कोविड-19 हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। जिसमें 12 चिकित्सा शिविर और 12 कोविड-19 की भी टीमें 42 किलोमीटर लंबे मार्ग पर स्थापना की जाएगी ताकि कोविड-19 जांच से शिव भक्तों को गुजारा जा सके। वहीं सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर टिटनेस के टीके, एंटी वेनम डोज, मरहम-पट्टी, बैंडेज एवं दर्द निवारक ट्यूब, एंटी फंगल की व्यवस्था भी कराई जाएगी। इसके साथ ही भोले के भक्तों का उपचार हो सके इसके लिए एमएमजी जिला अस्पताल एवं संयुक्त चिकित्सा अस्पताल में 180 चिकित्सीय बेड भी उपलब्ध रहेंगे।
कांवड़ियों को ले जाने के लिए रोडवेज 130 अधिक बसें करेगा संचालित
कांवड़ यात्रा को सफलतापूर्वक कराने के लिए परिवहन विभाग की टीमें भी लगाई गई हैं। इसके लिए रोडवेज गाजियाबाद की ओर से 130 अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाएगा, जो शिव भक्तों को गंगाजल लाने के लिए हरिद्वार के लिए संचालित की जाएंगी। यह बसें अलग-अलग बस डिपो से शिवरात्रि तक संचालित होती रहेंगी ताकि शिव भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
अग्निशमन विभाग रहेगा मुस्तैद
मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने बताया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान जनपद में 7 फायर टेंडर में स्टाफ की तैनाती की गई है। साथ ही सभी कांवड़ शिविरों पर अग्निशमन यंत्र, बालू और पानी की व्यवस्था के साथ जिलेभर में आग बुझाने की ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले स्वयंसेवकों को भी तैनात किया जाएगा ताकि वह आग लगने की स्थिति में तत्काल राहत पहुंचाने का काम कर सकें। इसके साथ ही जिले के सभी फायर कंट्रोल रूम को अलर्ट मोड पर रखा जाएगा ताकि आग लगने की स्थिति में तत्काल उस पर काबू पाया जाए।
दूधिया रोशनी से नहाएंगे कांवड़ मार्ग
कांवड़ मार्ग पर अंधेरा ना रहे और कांवड़ियों को आने जाने में परेशानी ना हो इसके लिए नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांवड़ यात्रा के अवैध कट बंद कराए जा रहे हैं, जो जिले में 55 स्थानों पर हैं। साथ ही पर्याप्त संख्या में बैरिकेडिंग और डिवाइडर की भी व्यवस्था की जाएगी ताकि यातायात व्यवस्था सुचारु रुप से चल सके। इसके साथ ही नगर क्षेत्र ग्रामीण क्षेत्र और नगर पालिका-पंचायत के अंतर्गत कुल 613 कर्मचारियों की सफाई व्यवस्था के लिए ड्यूटी निर्धारित की गई हैं। कांवड़ यात्रा मार्ग में नगरीय क्षेत्र में 2307 और ग्रामीण क्षेत्र में 6331 लाइटें और जगह-जगह सोडियम लाइटों की वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी ताकि मार्ग दूधिया रोशनी से नहाता रहे। इस दौरान बिजली जाने की स्थिति में जनरेटर की व्यवस्था की होगी।
पॉलिथीन मुक्त होगी यात्रा, प्रसाद मिलेगा पत्तल में
कांवड़ यात्रा को पॉलिथीन मुक्त करने की भी कवायद की गई है। इस दौरान कांवड़ यात्रा में आने वाले शिव भक्तों की सेवा के लिए लगने वाले कांवड़ शिविरों में हर क्षेत्रों में महिला टॉयलेट और पुलिस टॉयलेट की अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। साथ ही शिविरों में डस्टबिन की व्यवस्था और कांवड़ शिविरों में स्वच्छता मित्रों की तैनाती की जाएगी। यहां पॉलिथीन का इस्तेमाल नहीं होगा। साथ ही जो प्रसाद और भोजन परोसा जाएगा वह पत्तल में देना होगा। इन पत्तलों को नगर निगम और नगर पालिका की कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां एक स्थान से ले जाकर दूसरे स्थान पर डालने का काम करेंगी।
गोताखोर भी रहेंगे तैनात
कांवड़ यात्रा के दौरान गंग नहर पुल पर कुल 7 गोताखोर और नावों और विशेष जाल की व्यवस्था की गई है। गंग नहर पर स्नान के दृष्टिगत बैरिकेडिंग और जंजीर की भी मांग आने पर व्यवस्था कराई गई है। बीते दिनों यहां एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास और एसपी देहात डा. ईरज राजा ने निरीक्षण किया था, जिसके बाद अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे।
पेट्रोल के टैंकरों को लेकर विशेष अलर्ट
कांवड़ यात्रा के दौरान मेरठ और मथुरा से आने वाले अलग-अलग पेट्रोल व डीजल कंपनियों के टैंकरों पर भी पुलिस और प्रशासन की नजर रहेगी। इस दौरान उन्हीं वाहनों को आगे आने दिया जाएगा जिनके पास विधिवत नंबर और बिल होगा। जिले में लगभग 65 पेट्रोल पंप हैं जहां 25 अलग-अलग सप्लाई वाहन डीजल व पेट्रोल पहुंचाने का काम करते हैं। डीजल व पेट्रोल पंप संचालक एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने टैंकरों के आने में परेशानी ना हो इसके लिए एसपी यातायात रामानंद कुशवाहा से मुलाकात भी की है। उधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खुफिया विभाग से मिले अलर्ट के बाद पेट्रोल और डीजल के वाहनों पर विशेष सतर्कता बरतने का आदेश दिया गया है।
सीएम के आने की है आहट या रूटीन हो रहा है पैचवर्क
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। सावन मास में हरिद्वार और केदारनाथ से गंगाजल लेकर आने वाले शिव भक्तों को पैदल यात्रा के दौरान परेशानी ना हो और उनके पैरों में कंकड़ ना चुभे इसके लिए जिले में जगह-जगह पैचवर्क और सड़क की मरम्मत का काम शुरू हो गया है। दरअसल इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पश्चिम उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान दौरे की संभावना जताई जा रही है। बीते दिनों दूधेश्वरनाथ मंदिर के महंत नारायण गिरी ने इसका हवाला भी दिया था। उसके बाद अधिकारियों की अलग-अलग इलाकों से लेकर शिवालयों तक मुस्तैदी तेज हो गई है। गुरुवार से जिले में कई जगह पैचवर्क का काम शुरू हो गया है। जिसमें जगह-जगह टूटी सड़क और गड्ढों को भरा जा रहा है।
हैलीकॉप्टर से होगी भव्य पुष्प वर्षा
(करंट क्राइम)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सावन शिवरात्रि को लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान पर वह शिव भक्तों पर हेलीकॉप्टर के जरिए पुष्प वर्षा भी कर सकते हैं। पुलिस-प्रशासन को मेरठ में हेलीकॉप्टर की व्यवस्था करने का निर्देश मिल चुका है, अगर पुष्प वर्षा मुख्यमंत्री सीएम करने आते हैं तो उनका कार्यक्रम मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत और गाजियाबाद में होना माना जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करते हुए ना सिर्फ शिव भक्तों को पुष्पों से पूजा जाएगा बल्कि यह संदेश देने का भी काम किया जाएगा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार शिव भक्तों का कैसा सम्मान कर रही है।
सावन के पहले दिन डीएम ने की दूधेश्वरनाथ में पूजा अर्चना
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। गुरुवार से सावन की शुरूआत हो गई है और सावन के पहले ही दिन जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने प्राचीन दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर में पहुंचकर यहां भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। साथ ही कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर महंत नारायण गिरी से बातचीत की। इस दौरान महंत नारायण गिरी ने उनको मंदिर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। सावन मास में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने का विशेष महत्व माना जाता है और दूधेश्वरनाथ मंदिर वैसे भी प्राचीन काल से शिव पूजा को लेकर विशेष स्थान पर रहा है। यहां शिव भक्त रावण ने भी आदिकाल में पूजा अर्चना की थी। जो कई जगह पढ़ने व सुनने को भी मिलते हैं।
मोदीनगर में प्रशासनिक अधिकारियों ने संभाली कमान
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। कांवाड़ यात्रा के मददेनजर गुरूवार को डीएम राकेश कुमार सिंह, एसएसपी मुनिराज, एडीएम प्रशासन रितु सुहास व एसपी देहात ईरज राजा के नेतृत्व में मोदीनगर स्थित स्पाईस गार्डन में कांवड़ यात्रा के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। एडीएम प्रशासन रितु सुहास ने बताया है कि देहात क्षेत्र के कांवड़ शिविर आयोजकों, संभ्रांत व्यक्तियों, नगरपालिका, बिजली विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल निगम के अधिकारी बैठक में शामिल रहे। उन्होंने बताया है कि इस दौरान सफाई, चिकित्सा, विद्युत और सड़क निर्माण के कार्य तेज कराने का निर्देश दिया गया है। बैठक में उपजिलाधिकारी मोदीनगर सुभांगी शुक्ला और सीओ मोदीनगर सुनील सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
40 वॉच टॉवर, 20 ड्रोन और 400 सीसीटीवी से होगी निगरानी
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। कांवड़ यात्रा पर इस बार पुलिस और प्रशासन की विशेष सतर्कता देखने को मिलेगी। दो साल बाद वैसे भी कांवड़ यात्रा है और इस बार खुद मुख्यमंत्री कांवड़ यात्रा को लेकर निगरानी रखने के निर्देश दे चुके हैं। इसके तहत जिले में 40 स्थानों पर वॉच टॉवर की व्यवस्था की जाएगी, जहां आधुनिक हथियारों, दूरबीन, टॉर्च और हैंडसेट के साथ पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके साथ ही 20 ड्रोन के जरिए पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग और खास मंदिरों के आसपास की निगरानी रखने का काम होगा। कांवड़ यात्रा मार्ग में प्रत्येक आने जाने वाले पर नजर रखी जा सके, इसके लिए जिलेभर में 404 सीसीटीवी की व्यवस्था कराई जा रही है। जिसमें स्थाई और अस्थाई दोनों शामिल रहेंगे। वहीं कांवड़ खंडित होने की दशा में पुलिस चौकी और थानों के माध्यम से गंगाजल और कांवड़ की व्यवस्था भी की जाएगी। इसमें सिविल डिफेंस के कर्मचारियों की तैनाती रहेगी। साथ ही मार्ग पर यातायात अवरुद्ध होने या किसी वाहन के खराब होने की स्थिति में क्रेन की व्यवस्था रहेगी। जिले में पर्याप्त संख्या में पीआरवी व क्यूआरटी पार्टी के दिन-रात आती रहेंगी। कांवड़ यात्रा पर पड़ने वाले संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की जाएगी।
कांवड़ सेवा में लगेगी 29 एंबुलेंस और 122 चिकित्सकों की टीम
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। कांवड़ यात्रा के दौरान कोई भी शिव भक्त बीमार ना पड़े और उसे आपात स्थिति में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सके इसके लिए चिकित्सा विभाग ने कांवड़ मार्ग पर नियमित स्थानों पर डॉक्टरों की टीम की तैनाती का प्लान बनाया है। जिसमें उनके अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टरों को कंट्रोल रूम से जोड़कर तैनात किया जाएगा। साथ ही जिलेभर में 122 चिकित्सकों की ड्यूटी भी अलग-अलग स्थानों पर चिन्हित की गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान उल्टी दस्त, डिहाइड्रेशन, पैरों में दर्द, छाले पड़ने और अन्य प्राथमिक बीमारियों का उपचार मौके पर भी हो इसके लिए जीवन रक्षक दवाइयों की भी व्यवस्था प्रशासन की ओर से की जाएगी। जिला अस्पताल प्राइवेट अस्पतालों की एंबुलेंस गाड़ियों को भी अधिकारी अपने संपर्क में रखेंगे ताकि आपात स्थिति पर इनका इस्तेमाल किया जा सके।
(करंट क्राइम)। कांवड़ यात्रा को लेकर सभी तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा और रुकावट नहीं होने दी जाएगी।
राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी गाजियाबाद
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(करंट क्राइम)। कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा का फुल प्रूफ प्लान तैयार किया जा चुका है। ड्रोन, सीसीटीवी और पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ यातायात की व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए गूगल मैप का भी इस्तेमाल किया जाएगा। जिले में डायवर्जन प्लान लागू कर दिया गया है। भारी और हल्के वाहनों दोनों को तय रूट पर ही चलने दिया जाएगा। इस दौरान सभी राजपत्रित अधिकारियों को चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश जारी किया गया है।
मुनिराज, एसएसपी गाजियाबाद