देहात के किस थाने में चल रहा है एसओजी का राज
पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम गाजियाबाद में इन दिनों देहात जोन का एक थाना ऐसा है जहां के लिए चर्चा सुनने को मिल रही है कि यहां आजकल एसओजी का राज चलता है। थाने के थ्री-स्टार शांत चल रहे हैं और इलाके वाले साहब का ना विहंगम तेज है और ना वह बल दिखा पा रहे हैं। सुनने में आ रहा है कि थाने में मुकदमों की पैरवी से लेकर थाने में दर्ज होने वाले मामलों की धाराओं का भी आदेश भी आजकल एसओजी वाले रुम का ही चल रहा है। सूत्र तो यह भी कह रहे हैं कि थानाक्षेत्र में जितनी प्रभारी की बात नहीं है उतनी एसओजी के चार चेहरों की। वैसे कहा जाता है कि उनके जोन वाले साहब सबसे दमदार और लगातार कार्रवाई करते हंै। खेल करने वालों को वह लाइन और सस्पेंड वाला पनिशमेंट देते हैं। अनुशासन के मामले में भी उनके जोन में बेहतर रहता है लेकिन नदियापार से सटे वाले जोन के सबसे पुराने थाने का हाल इन दिनों बेहद विचारणीय चल रहा है। टू-स्टार तो इतने परेशान हंै कि एसओजी वालों के आगे उनको बौना साबित होना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि इलाके वाले साहब अनजान हैं या उनतक शिकायतों का अंबार नहीं है लेकिन वजह कुछ तो है जो वह खामोश बैठे हैं। वहीं ना जाने क्यों वह आईपीएस अधिकारियों तक मामला नहीं पहुंचा रहे हैं। इसी के साथ पुलिस कमिश्नरेट वाले सूत्र बता रहे हैं कि एसओजी का कोई कुछ कर नहीं पा रहा है क्योंकि अभी चुनावी सीजन चल रहा है और एसओजी वालों का समय पूरा हो चुका है, इसलिए वह दिल्ली व दूसरे जनपद से लगने वाली विधानसभा के खास थाने में आजकल खुलकर खेल रहे हैं। कुल मिलाकर थाने वाले कह रहे हैं कि अगर देहात वाले इस सर्किल और थाने का हाल ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में यहां कुछ बड़ा बवाल भी हो सकता है। वैसे इनके जोन वाले साहब के मामला संज्ञान में आते ही जरूर लाल पेन वाला इंतजाम करेंगे। पर या तो अभी उनको एसओजी के कारनामों की जानकारी नहीं है या मामला कुछ और है जो वह खामोश चल रहे हैं। वैसे कमिश्नरेट वाले सूत्र बता रहे हैं कि भले एसओजी वाले अभी खुलकर खेलने का कारनामा कर रहे हैं। सुनने में आ रहा है कि कई टू-स्टार इलाके वाले साहब को इशारों ही इशारों में मामले ही हिंट दे चुके हैं पर कुछ तो मामला है जो कोई भी कार्रवाई वाली हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। वैसे बातें बाहर आ रही हैं तो बातों में दम तो जरुर होगा ही।