…महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को लेकर हो गया शुभ संकेत जारी
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। दिल्ली वाली बैठक से जो संदेश निकला है वो बदलाव वाला है लेकिन ये संदेश भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा के लिए शुभ माना जा रहा है। दिल्ली में भाजपा की एक अहम बैठक हुई और इस बैठक में यह तय हो गया कि लोकसभा का चुनाव भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। बैठक में भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ाया गया है। वह जून 2024 तक भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे। जेपी नड्डा का भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल बढ़ाया गया है। चंूकि 2024 में चुनाव होने है और इस फैसले से ये साफ हो गया कि भाजपा अपना आगामी लोकसभा चुनाव राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में ही लड़ना चाहती है। वहीं दिल्ली वाले इस घटनाक्रम का पॉजिटिव प्रभाव गाजियाबाद में भी बताया जाता है। माना जा रहा है कि राष्टÑीय अध्यक्ष के कार्यकाल बढ़ने के बाद भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा की पारी को लेकर भी सुखद और शुभ संकेत जारी हुआ है।
एक्सटेंशन के साथ ही लड़ेगी भाजपा लोकसभा इलेक्शन
दिल्ली वाली बैठक में राष्टÑीय अध्यक्ष के कार्यकाल एक्सटेंशन के साथ भाजपा की सियासी इंटेंशन भी स्पष्ट हो गई है। भाजपा ने राष्टÑीय अध्यक्ष को एक्सटेंशन दिया है और इस एक्सटेंशन के वायर दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी जुड़े है। वजह भी ये मानी जा रही है कि यदि राष्टÑीय अध्यक्ष में बदलाव होता है तो फिर इसके इफेक्ट पूरी टीम पर आते है। सियासत में ऐसे कदम कभी भी बेस्ट नहीं कहे जाते है। क्योंकि राष्टÑीय अध्यक्ष नए आएंगे तो बदलाव पूरी टीम का होगा। एक साल बाद चुनाव है और नई टीम बनाने का समय अब बचा नहीं है। लिहाजा भाजपा राष्टÑीय अध्यक्ष से लेकर बूथ अध्यक्ष तक फिलहाल एक्सटेंशन का अंदाज अपनाएगी और इसी टीम के दम पर वो नगर निगम, नगर निकाय और लोकसभा का चुनाव लड़वाएगी।
जनप्रतिनिधियों से ली रिपोर्ट तो सभी का मिलेगा संजीव को सपोर्ट
संजीव शर्मा महानगर अध्यक्ष है और सरकार से ज्यादा उनके व्यवहार की लोकप्रियता है। हाल ही में एक घटनाक्रम में वो माननीयों के बीच आ गए लेकिन सौम्य स्वाभाव के संजीव शर्मा इस बाउसंर वाली पिच पर भी खेल गए। लिहाजा ये कहा जा सकता है कि जब सभी जनप्रतिनिधियों से उनके बारे में रिपोर्ट ली जाएगी तो उन्हें यहां बहुमत के साथ सभी का सपोर्ट मिलेगा।
कुछ ऐसा है अंदाज नहीं होने देते कमांडर किसी को नाराज
महानगर अध्यक्ष एक पद है लेकिन संजीव शर्मा ने इस पद के साथ अपने व्यवहार से भी एक कद बनाया है। एक ऐसे अध्यक्ष के रूप में पहचान बनाई है जो सुबह से लेकर देर शाम तक भी कार्यकर्ताओं को उपलब्ध है। घर के दरवाजे कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा खुले है। टीम को साथ लेकर चलना उनकी आदत है और सबसे बड़ी बात ये है कि उनसे किसी को नाराजगी हो सकती है लेकिन संजीव शर्मा किसी से नाराज नहीं होते। पूरा कार्यकाल इतना खुशहाल रहा है कि एक रिकॉर्ड उनके नाम ये है कि एक भी कार्यकर्ता से उनका इंच मात्र भी विवाद नहीं रहा है। सफलता के साथ संगठन को चला रहे है। कुछ विवाद और अपवाद तो हर अध्यक्ष के कार्यकाल में रहते ही हैं।
संगठन में जरूर होगा चेंज लेकिन नहीं बदलेगा बेस
गाजियाबाद भाजपा महानगर संगठन की बात करें तो बताया ये जाता है कि परिवर्तन तो होगा लेकिन बेस नहीं बदलेगा। यानि 20 से लेकर 50 प्रतिशत तक चेंज हो सकता है मगर ओवरहोलिंग नहीं होगी। जो निष्क्रय है उन्हें बदला जाएगा और मजबूत काम कर रही टीम को उसकी थीम पर रखा जाएगा। क्योंकि बताया ये जा रहा है कि पार्टी टीम से ज्यादा लोकसभा चुनाव की थीम पर फोकस कर रही है। लिहाजा वो स्लीपिंग तत्वों को तो रिमूव करेगी मगर एक्टिव एलीमेंट को बिल्कुल भी सप्लीमेंट नहीं करेगी।