नन्द किशोर उपाध्याय
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। नगर निगम प्रशासन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर मेयर सुनीता दयाल के हमले लगातार जारी है। मेयर सिस्टम से बेहद नाराज है। अब मेयर सुनीता दयाल ने 15वें वित्त आयोग की धनराशि से खरीदी गई मोबाइल कोल्ड स्प्रे इंजेक्शन पोट होल पैचिंग मशीन की खरीद और उपयोग को लेकर निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए नगरायुक्त वीएस मलिक को पत्र लिखा है।
हो सकती थी बीमा की प्रीमियम राशि कम
(करंट क्राइम)। वर्ष 2023 में मोबाइल कोल्ड स्प्रे इंजेक्शन पोट होल पैचिंग मशीन का बीमा 5 जून, 2023 को समाप्त हो गया था। 24 अगस्त, 2023 को गाड़ी का बीमा कराने के लिए इंश्यूर्ड राशि 90,81,600 रुपए ही दर्ज है और प्रीमियम राशि 21,445 रुपए है। जबकि इंश्यूर्ड राशि में से डिप्रेशन राशि कम की जानी चाहिए थी, जिससे प्रीमियम राशि स्वत: ही कम हो जाती। लेकिन निगम अधिकारियों की लापरवाही से निगम प्रशासन को आर्थिक हानि उठानी पड़ी।
मशीन के मूल्य को लेकर उठाया सवाल
(करंट क्राइम)।मेयर सुनीता दयाल ने मोबाइल कोल्ड स्प्रे इंजेक्शन पोट होल पैचिंग मशीन की खरीद के मूल्य को लेकर सवाल उठाया है। मेयर ने पत्र में लिखा है कि इस मशीन का बिल
90,81,600 रुपए ही है। नगर निगम द्वारा भुगतान के समय 10 प्रतिशत रोक कर
81,73,440 रुपए शेष 10 प्रतिशत भुगतान कार्य निष्पादन के बाद होना था, जो अभी फर्म का लंबित भुगतान है। मशीन का मूल्य
90,81,600 रुपए ही है। अभी तक नगर निगम को कोई भी संशोधित बिल नहीं दिया गया है। जबकि निगम अधिकारियों द्वारा मशीन का मूल्य 81,73,440 रुपए ही बताया गया था।
सवा साल भी क्यों नहीं हुआ गाड़ी का रजिस्टेÑशन
(करंट क्राइम)। मोबाइल कोल्ड स्प्रे इंजेक्शन पोट होल पैचिंग मशीन के संचालन में मोटर व्हीकल एक्ट की जमकर धज्जियां उड़ाई गई है। इस गाड़ी का सवा साल बीतने के बाद भी रजिस्टेÑशन नहीं कराया गया है और निगम अधिकारियों द्वारा बिना रजिस्ट्रेशन के गाड़ी चलवाई गई। इस बार भी गाड़ी का बीमा नई गाड़ी दर्ज करके कराया गया है, जो निगम प्रशासन की एक गंभीर चूक है।
लॉग बुक में दर्ज एंट्री भी है भ्रामक
(करंट क्राइम)। मोबाइल कोल्ड स्प्रे इंजेक्शन पोट होल पैचिंग मशीन द्वारा नगर निगम के पांचों जोन में कार्य कराया गया है। जबकि गाड़ी की लॉग बुक में दर्ज एंट्री भ्रामक प्रतीत होती है। लॉग बुक में दर्ज विवरण तिथिवार भी नहीं लिखा गया है। विवरण में लंबाई, चौड़ाई और क्षेत्रफल भी संदिग्ध है। जबकि वसुंधरा और मोहन नगर जोन में यह मशीन गई ही नहीं है। जबकि सूची में इन जोनों के कई कार्य दर्शाये गये है। वहीं सिटी जोन की लॉग बुक के अनुसार यह मशीन कैला भट्टा में सड़क सुधार के लिए जुलाई, 2022 में तीन बार और अगस्त, 2022 की लॉग बुक के अनुसार जस्सीपुरा रोड का कार्य किया गया। लेकिन यह कार्य सूची में नहीं दर्शाया गया है। विजयनगर जोन में भी लॉग बुक के अनुसार गंगाजल परियोजना रोड पर दो बार लॉग बुक में दर्शाया गया है, जबकि सूची में ये कार्य नहीं दर्शाया गया है। कविनगर जोन का भी कुछ ऐसा ही हाल है। ऐसे ही लॉग बुक और सूची में कई कार्यों में विसंगतियां स्पष्ट नजर आती है।
मशीन खरीद का विरोध करने के बाद भी खरीदी गई मशीन
मेयर सुनीता दयाल का कहना है कि निगम अधिकारियों का कहना है कि इस मशीन से कार्य करना बहुत महंगा हैं और मशीन खरीदने से पहले भी निगम के कुछ अधिकारियों ने भी ऐसा ही मत देकर इसका विरोध किया थ्ज्ञा। लेकिन उसके बाद भी इतनी महंगी मशीन को खरीदा गया। साथ ही कुछ अधिकारियों द्वारा तर्क दिया जा रहा है कि यह मशीन बरसात के मौसम में कार्य नहीं करती है। लेकिन इस मशीन में कोल्ड इम्लशन का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में यह मशीन किसी भी मौसम में कार्य कर सकती है। यदि बारिश रुकी हुई है तो यह मशीन त्वरित गड्ढा भरने के लिए ही है। जिससे की गड्ढा अधिक खराब न हो और जनता को तत्काल राहत मिले। साथ ही सबसे बड़ा फायदा यह है कि देर से कार्य कराने पर गड्ढों का आकार न बढ़कर खर्चा न बढ़े।
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