गाजियाबाद करंट क्राइम। गैरों पर करम, अपनों पे सितम गाने की पंक्तियां इन दिनों नगर निगम प्रशासन पर बिल्कुल सटीक बैठती है। नगर निगम प्रशासन द्वारा कूड़ा निस्तारण से लेकर नाला सफाई तक तमाम कार्यों को आउटसोर्सिंग पर कराया जा रहा है। निगम को अपने कर्मचारियों से ज्यादा भरोसा आउटसोर्सिंग ठेकेदारों पर है। मेयर सुनीता दयाल का कहना है कि नगर निगम अपने कर्मचारियों से ज्यादा आउटसोर्सिंग पर भरोसा जताता है, जो कि गलत है। नगर निगम के तमाम ड्राईवर हाथ पर हाथ धरे खाली बैठे है, वो काम करना चाहते है। लेकिन आउटसोर्सिंग व्यवस्थाओं के कारण वो चाह कर भी काम नहीं कर पा रहे। ऐसे में मेयर सुनीता दयाल का कहना है कि आउटसोर्सिंग पर लाखों रुपए महीने खर्च करने के बाद भी व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ पा रही है। कूड़े पर भी लाखों रुपए प्रतिदिन खर्च करने के बाद भी सड़कों पर जगह-जगह कूड़ा फैला हुआ है, कूड़े के ढ़ेर लगे हुए है। मेयर सुनीता दयाल का प्रयास है कि नगर निगम में से धीरे-धीरे आउटसोर्सिंग व्यवस्था खत्म कर निगम कर्मचारियों से काम लिया जाए। सबसे पहले बड़े नालों की सफाई व्यवस्था पर आउटसोर्सिंग खत्म कर करोड़ों रुपए की बचत की जाएगी। बड़े नालों की सफाई भी नगर निगम के संसाधनों और कर्मचारियों की मदद से की जाएगी। आउटसोर्सिंग पर नालों की सफाई पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी नालों की सफाई किसी से छिपी नहीं है। जिसके बाद डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन भी निगम कर्मचारियों से ही कराने का प्रयास है। जिसके तहत पहले चरण में कविनगर जोन में कूड़ा कलेक्शन की आउटसोर्सिंग व्यवस्था समाप्त करने का प्रयास रहेगा।
नगर निगम क्षेत्र में अवैध रुप से डाला जा रहा है कूड़ा
मेयर सुनीता दयाल का कहना है कि नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत हाईराइज सोसायटियों द्वारा प्रतिदिन काफी मात्रा में कूड़ा निकलता है। जबकि नियमानुसार इन सोसायटियों को कूड़ा निस्तारण स्वयं करना होता है। लेकिन ये सोसायटियां अपना कूड़ा नगर निगम सीमा में डाल रहे है, जिसका निस्तारण गाजियाबाद नगर निगम को करना पड़ रहा है। इन सोसायटियों को अपने परिसर में कूड़ा निस्तारण सयंत्र लगाना होगा। नगर निगम सीमा में कूड़ा डालने वाली सोसायटियों को नोटिस थमाया जाएगा। साथ ही इंडस्ट्रीयल एरिया, होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल आदि द्वारा भी बल्क वेस्ट जेनरेट होता है। बैंक्वेट हॉल वाले शादी-समारोह के नाम पर स्वयं मोटी कमाई करते है। अब योजना बनाकर ऐसी इंडस्ट्रीज, होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल वालों को भी अपना कूड़ा स्वयं निस्तारित करना होगा। कई कॉलोनियां और इंडस्ट्रीयल एरिया अभी नगर निगम को हैंडओवर नहीं है। ऐसे क्षेत्रों से नगर निगम यूजर चार्ज भी नहीं वसूल रहा है। इन क्षेत्रों का कूड़ा भी एकत्र होकर नगर निगम सीमा के अंतर्गत अवैध रुप से डाला जा रहा है और नगर निगम के अधिकारी ऐसे अवैध रुप से कूड़ा डालने वालों पर भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है।
जेम पोर्टल से हो रही है निगम में कर्मचारी आपूर्ति, है शासनादेश के खिलाफ
गाजियाबाद। मेयर सुनीता दयाल नगर निगम सिस्टम के खिलाफ लगातार आक्रमक रुख अपनाए हुई है। निरंतर निरीक्षण और छापामार कार्यवाही कर सिस्टम की खामियां पकड़ रही है। मेयर का कहना है कि नगर निगम अधिकारी और कर्मचारी अपनी कार्यशैली में परिवर्तन कर सभी कार्यों में पारदर्शिता लाएं। जिससे शहर की जनता का नगर निगम पर अटूट विश्वास बनेगा। मेयर सुनीता दयाल ने बताया कि नगर निगम में जेम पोर्टल द्वारा कर्मचारियों की आपूर्ति की प्रक्रिया अपनाई जा रही है, जो कि शासनादेश के अनुरूप नही है। जेम पोर्टल द्वारा आपूर्ति की प्रक्रिया से नगर निगम को भारी आर्थिक नुकसान होगा। मेयर सुनीता दयाल ने उक्त प्रक्रिया के लिए चार्टेड अकाउंटेंट एवं विधि विभाग से सलाह कर एक सही पॉलिसी बनाने के निर्देश दिए।
16 करोड़ की वसूली के लिए भी निगम ने नहीं उठाया कोई कदम
फंड की कमी से जूझने के बाद भी नगर निगम प्रशासन अपनी आय बढ़ाने के प्रति बिल्कुल भी सजग नहीं है। मेयर सुनीता दयाल ने बताया कि विज्ञापन कंपनियों के खिलाफ नगर निगम द्वारा 61 आरसी लगभग 16 करोड़ की जारी हुई थी। जिनमें आज तक वसूली नही हुई। यह प्रश्न कार्यकारिणी की बैठक में भी गंभीरता से उठाया गया था। लेकिन उसके बाद भी कार्यवाही नहीं की गई। जिससे नगर निगम को आर्थिक नुकसान उठाने के साथ ही निगम की छवि भी धूमिल हो रही है।
त्योहार से पहले सुचारु होनी चाहिए प्रकाश व्यवस्था
मेयर सुनीता दयाल ने बताया कि शहर में प्रकाश व्यवस्था ठप पड़ी हुई है। विभिन्न क्षेत्रों से लगातार शिकायतें मिल रही है। जिसके लिए महापौर द्वारा लाइटों को ठीक करने की सामग्री एवं वार्डों में प्रकाश व्यवस्था के लिए लाइट खरीद की प्रक्रिया के लिए कार्यवाही के निर्देश किये गए है। जिसमे त्योहारों से पहले युद्ध स्तर पर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जिससे शहर त्योहार पर चमक सके। इसके साथ साथ महापौर ने उच्च गुणवत्ता एवं उच्च प्रकाश तीव्रता की लाईटें खरीदने के भी निर्देश दिये।
सीटोओ पर मेयर ने लगाए गंभीर आरोप
मेयर सुनीता दयाल ने बताया कि कुछ दिन पूर्व वसुंधरा जोन में वर्ष 2022 में विभिन्न संपत्तियों का गृहकर कम करने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद मेयर ने उक्त पत्रावलियों को सुरक्षित करने एवं जांच करने के निर्देश दिए थे। जिससे नगर निगम की पारदर्शिता और जनता का भरोसा निगम पर बना रहे। मेयर का कहना है कि सभी विभाग पत्रावली देने में सहयोग करते है। लेकिन मुख्य कर अधिकारी संजीव सिन्हा के विभाग से ही फाइल में हेरा फेरी एवं फाइल देने में आनाकानी की जाती है, जो विषय गंभीर है।