Ghaziabad Nagar Nigam : ग़ाज़िआबाद के मोहन नगर चौराहे पर 2 “नगर निगम” लिखे डम्पर खड़े दिखे। ये डम्पर मेयर सुनीता दयाल ने वैशाली से आते समय देखे और वह अपनी गाड़ी रोककर पूछताछ करने के लिए चली गयीं। इससे यह मालूम पड़ा की एक में मलबा और दूसरे में डस्ट है।
मेयर के गाड़ी रोकने पर उन्होंने डम्पर के ड्राइवर को ढूंढने का प्रयास किया। इससे पता चला की ये दोनों नगर निगम की गाइयाँ नेचर ग्रीन कंपनी के वेद प्रकाश नामक व्यक्ति के कहने पर चलाई जा रही हैं जो कि दिन में कम से कम दो चक्कर लगाती हैं जिसके लिए उन्हें हर एक चक्कर का 25 लीटर डीजल मिलता है।
पूरा मामला
ड्राइवर्स से पूछने के बाद ये पता चलता है कि डम्पर में ले जाने वाला मलबा मोरटा साइट पर पहुँचाया जा रहा है और पेपर मिल कि डस्ट सिहानी गार्बेज फैक्ट्री जा रही है। साड़ी जानकारी इकठ्ठा करने पर मेयर ने नगर स्वास्थय अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश कर उनके सामने पूरा मामला व्यक्त किया। स्वास्थय अधिकारी का कहना था की अगर नगर निगम कोई भी प्राइवेट वाहन का प्रयोग करता है तो उसे अपना प्राइवेट कार्य करने की अनुमति नहीं है। और इस नियम का उल्लंघन करने के उपलक्ष में नेचर ग्रीन कंपनी को नोटिस दिया जाएगा।
मेयर ने अपना फैसला सुनाते हुए दोनों गाड़ियों को सफाई निरक्षक को सौंप कर कार्रवाई का निर्देश दिया।
साथ ही निगम के पानी का दोहन करती मिली एक वैशाली की प्राइवेट कंपनी, जो कि एक महीने से उक्त स्थल पर लावारिस हालत में खड़ा हुआ था। मेयर ने अवर अभियंता को नोटिस देकर स्पष्टीकरण कि मांग कि गयी है।
Discussion about this post