कर्मठता, समर्पण और समीकरण बनायेंगे कितनी भागीदारी
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। निगम चुनाव भले ही प्रशासनिक गलियारों में अभी खुलकर दस्तक ना दे रहा हो लेकिन भगवागढ़ के सियासी गलियारों में निगम चुनाव के मानसून की आहट आ चुकी है। माना जा रहा है कि सितम्बर में वार्ड के परिसीमन का सीन स्पष्ट हो जायेगा और नवम्बर में अधिसूचना जारी हो जायेगी। दिसम्बर में मेयर चुनाव हो जायेगा। मेयर चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा दावेदारी भाजपा से है। भाजपा और नगरनिगम की मेयर वाली चेयर के साथ ये रिकॉर्ड है कि यहां सरकार कोई भी हो मेयर भाजपा का होता है। मेयर चुनाव के लिए भाजपा के फेयर चेहरों में एक चेहरा प्रेम त्यागी का भी है। प्रेम त्यागी भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं और भले ही वो अभी मेयर दावेदारी में खुलकर नहीं आये हों लेकिन इस नाम की चर्चा अपने प्रोफाईल के साथ वहां हो
चुकी है जहां हुई चर्चा के सार्थक होने पर चुनावी पर्चा भरने का सीन हो
जाता है।
विधायक से टयूनिंग बेहतर लेकिन दावेदारी में कितना फायदा
प्रेम त्यागी भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं। बूथ मेनेजमेंट के माहिर माने जाते हैं और यहां की राजनीति में उन्हें साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा का करीबी माना जाता है। दोनों के बीच बेहतर टयूनिंग है लेकिन इस टयूनिंग के चलते प्रेम त्यागी को कई बार राजनीति में प्लस तो कई बार माईनस होना पड़ा है। अब जब दावेदारी में ये नाम आयेगा तो ये भी देखना रोचक रहेगा कि मेयर चुनाव की दावेदारी में इस टयूनिंग का कितना फायदा मिलेगा।