वरिष्ठ संवाददाता
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। शहर का वार्ड है और इस वार्ड का एक मौहल्ला बिहारीपुरा है। पूरा वार्ड एक तरफ और बिहारीपुरा की ये गली एक तरफ है। यहां गली में अगर सड़क बननी थी तो एक साल पहले पार्षद और विधायक दोनों ने गजब की रूचि ली थी। सीन ये रहा था कि जनरेटर वालों के यहां घुड़चढ़ी से पहले ही रात में आधी सड़क बनी थी। आधी सड़क पर कालीन डला था और दबी जबान से गिले शिकवे तब भी थे। विकास की ऐसी चिंता नये सदन के साथ भी है। चार दिन पहले पार्षद निधि से इस गली में डेंस रोड का निर्माण हुआ है। नगर निगम ने यहां डेंस रोड का निर्माण किया। लेकिन निधि का मामला ऐसा है कि जनरेटर वाले गुप्ता जी की एक एप्लीकेशन पर विधायक निधि से 23 लाख रूपये स्वीकृत हो गये। पवन गुप्ता ने विधायक जी से मुलाकात की और विधायक ने स्थिति और आवश्यकता को ध्यान रखते हुए तुरंत निर्माण के आदेश दिये। बताने की जरूरत नहीं है कि जनरेटर वाले गुप्ता जी का घर इसी गली में है। अब 23 लाख रूपये से विधायक निधि से इस गली में सड़क के दोनों तरफ इंटरलॉकिंग और नाली का निर्माण होगा। मंगलवार को उद्घाटन का नारियल फूटा है और निधि वाली कहानी गली गली तक पहुंच गई है। लाईन पार वालों को भी पता चला है कि एक ही एप्लीकेशन पर इतनी जल्दी एक्शन होने लगा है। अब लिस्ट बन रही है कि विधानसभा में कहां कहां सड़क बनी है और नाली का निर्माण होना है। कौन से इलाके ऐसे हैं जहां जलभराव की समस्या हो जाती है। अगर एक गली को लेकर इतनी कृपा बरसी है तो फिर शहर विधानसभा में कई गली और मौहल्ले हैं। विकास वाली कृपा और निधि वाली दरियादिली को लेकर पूरे शहर में हल्ले हैं।
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