बढ़ी हुई है थाना प्रभारियों की हार्टबीट, घटनाएं ना करादें काम खराब
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। कमिश्नरेट सिस्टम लागू हो चुका है, अधिकारियों की एक के बाद एक पोस्टिंग हो रही है और उनके कार्यक्षेत्रों का विभाजन किया जा रहा है। बीते दिनों लगभग 47 उपनिरक्षकों की एक तबादला लिस्ट आई थी। उसके बाद चर्चां हंै कि जल्द ही थाना प्रभारियों के कार्यक्षेत्र में भी बदलाव देखने को मिल सकता है लेकिन गाजियाबाद कमिश्नरेट के सूत्र बता रहे हैं कि अभी तीन महीने थाना प्रभारियों को ट्रांसफर पोस्टिंग टेंशन से छुटकारा मिल सकता है। वहीं सूत्रों ने बताया है कि सीपी अजय मिश्रा ने पहली ही क्राइम मीटिंग में थाना प्रभारियों को साफ कर दिया था, कि वह बेहतर वर्किंग चाहते हैं और घटनाओं का खुलासा ठीक होना चाहिए। बेगुनाहों को जेल नहीं भेजा जाए और लोगों के फीडबैक पुलिस के प्रति ठीक प्रकार से आने चाहिए। सूत्रों ने दावा किया है कि अगर जिले में किसी थानाक्षेत्र में कोई बड़ी अप्रिय वारदात और थाना प्रभारी की लापरवाही का मामला सामने नहीं आता है तो ही तीन महीने से पहले जिले के 23 थानों के किसी प्रभारी के कार्यक्षेत्र में बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।
देहात और सिटी सर्किल में हो रहे हैं लगातार खुलासे
कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद देहात पुलिस और सिटी थानाक्षेत्रों की पुलिस खुलासे कर रही है। तो वहीं बड़े घटनाक्रम भी खुल रहे हैं। इन्हीं दोनों के एरिया के पुलिस अधिकारियों की प्रेसवार्ता भी रखी गई हैं। दोनों ही डिप्टी कमिश्नर आॅफ पुलिस स्तर के अधिकारियों द्वारा की गई हैं, तो वहीं इनमें एसीपी स्तर के अधिकारी भी शामिल रहे हैं। खुलासों के मामले में कवि नगर ने जहां सनसनीखेज खुलासा किया। जिसमें पत्नी ने प्रेमी के संग मिलकर पति की हत्या की और नकली कस्टम इंस्पेक्टर भी दबोचा गया है। नंदग्राम ने छात्रा के दुष्कर्म के आरोपी को दबोचा, भोजपुर पुलिस ने हथियारों का जखीरा बामद किया था। वहीं मंगलवार को मुरादनगर थानाक्षेत्र पुलिस ने लाखों रुपए का माल और ट्रक व आरोपियों को बरामद किया है।
शांतिपूर्वक चुनाव और क्राइम कंट्रोल है बड़ा टास्क
गाजियाबाद कमिश्नरेट बनने के बाद नगर निगम का चुनाव होना है। इस चुनाव को लेकर गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरी भी अपनी पूरी तैयारी में जुटी हुई है। तो वहीं क्राइम कंट्रोल करना भी कमिश्नरेट में तैनात अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती रहेगा। सर्दियों का समय शुरू हो गया है और सीपी ने पुलिसकर्मियों को टास्क देने शुरू कर दिए। हालांकि अभी ट्रैफिक टास्क मिला है लेकिन चोरी, लूट और सनसनीखेज वारदातों पर रोकथाम और खुलासा करने पर उन्हें प्राथमिकता से काम करने का निर्देश दिया गया है। वहीं पुलिस टीमों को खुलासे करने के लिए भी उनके डिप्टी कमिश्नर स्तर के अधिकारी प्रेरित कर रहे हैं।
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