उसी सेल का नहीं है एक महीने से प्रभारी
जनता को है मामले में सुनवाई का जल्द से जल्द इंतजार
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। जिले में साइबर अपराध बहुत तेजी से बढ़ रहा है लेकिन हैरत की बात यह है कि जिस साइबर अपराध के हर थानाक्षेत्र में रोज अलग-अलग प्रकार के मामले आते हैं उस साइबर सेल का प्रभारी बीते एक महीने से कोई नहीं है। बिना प्रभारी के यह है सेल कैसे काम कर रही होगी, इसकी गवाही आंकड़े दे रहे हैं। बीते लगभग एक माह में साइबर सेल द्वारा कोई भी बड़ा खुलासा नहीं किया गया है।
एक खुलासा किया गया था उसमें नंदग्राम पुलिस की भूमिका साइबर सेल से अधिक सक्रिय रही थी। बता दें कि बीते दिनों कई आईपीएस अधिकारी और उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी रहे मुकुल गोयल ने भी साइबर क्राइम को लेकर चिंता जाहिर की थी। बावजूद इसके गाजियाबाद जैसे बड़े शहर में और साइबर अपराध का एक बड़ा अड्डा होने के बावजूद यहां एक महीने से साइबर सेल प्रभारी का ना होना सवालों को पैदा कर रहा है। जिले के सिटी व ट्रांस हिंडन के थानों में प्रतिदिन साइबर सेल के मामले आ रहे हैं। सूत्र बता रहे हैं कि एक जुलाई को प्रभारी के तौर पर काम करने वाले सुमित कुमार का साहिबाबाद तबादला हो गया था और जब से यहां प्रभारी की पोस्टिंग नहीं की गई है।
हर थाने में बनी हेल्पडेस्क पर सुनवाई करें कौन
गाजियाबाद में साइबर सेल केंद्र की स्थापना की गई थी, इसके बनने के बाद जिले में लगातार कार्रवाई व लोगों को राहत पुंहचाने का काम किया गया। जिसके बाद कुछ समय पूर्व एसएसपी मुनिराज ने भी जिले के प्रत्येक थाने में साइबर हेल्प डेस्क की सुनवाई के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई थी। कांवड़ यात्रा के दौरान मामला बदल गया और अब हाल यह है कि थानों पर जाने वाले लोगों को साइबर सेल के मेन आॅफिस भेजा जा रहा है, जहां प्रभारी ना होने की वजह से पुलिसकर्मी पीड़ितों मामले की सुनवाई नहीं कर रहे हैं इससे जनता को परेशान होना पड़ रहा है।