लूटे गए डॉलर और सोने-चांदी के आभूषण हुए बरामद
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। चोर कितने भी शातिर क्यों ना हों और वह खुद को सुपर समझते हों पर पुलिस की पैनी नजरों व बिछाए जाल में फंस ही जाते हैं। बदमाशों ने कभी सोचा नहीं होगा कि उनके जूते के फोटो व वीडियो मिलान करते हुए पुलिस बदमाशों को दबोच लेगी। इंदिरापुरम पुलिस ने 27 जून को इंदिरापुरम में बुजुर्ग व रिटायर्ड अधिकारी को बंधक बनाकर लूटपाट के मामले का खुलासा किया है।
इसमें सबसे दिलचस्प बात यह है कि पुलिस ने कबीर दुबे नाम के बदमाश और उसके साथी प्रतीक श्रीवास्तव के साथ दबोचा है। इन्होंने मकान किराए पर लेने के बहाने से घर में एंट्री की और फिर लूटपाट की थी। पुलिस ने इनसे लाखों रुपए के जेवर 350 न्यूजीलैंड की करेंसी डॉलर और अन्य नगदी व जेवरात बरामद किए हैं। पुलिस की माने तो पकड़े गए दोनों लुटेरों की पहचान सीसीटीवी फुटेज और उनके सोशल मीडिया अकाउंट में मिली फोटो और फुटेज में आ रहे जूतों के मिलान से की गई है। पुलिस ने इस सनसनीखेज लूटकांड का शनिवार को इंदिरापुरम थाने में प्रेसवार्ता कर खुलासा किया। प्रेसवार्ता की जानकारी एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह और सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने संयुक्त रुप से दी।
जूते से सॉल्व हुआ
इस तरह केस
कहते हैं कि चोर और बदमाश कितने भी तेजतर्रार क्यों ना हो लेकिन वो कोई ना कोई ऐसी गलती और भूल कर देते हैं जिससे उनकी पहचान पुलिस के लिए आसान हो जाती है। वहीं वो उतना ही सोच पाते हैं जितना उनको नजर आता है लेकिन पुलिस उन बिन्दुओं पर भी काम करती है जो बदमाशों के दिमाग में नहीं आते हैं। इंदिरापुरम पुलिस ने भी प्रतीक श्रीवास्तव व कबीर दुबे की गिरफ्तारी में जो खास एंगल निकाला है। वजह है कि दोनों के सोशल मीडिया फोटो से इनके जूतों की मिलान किया गया और इनका हुलिया सीसीटीवी फुटेज से मिला तो पूरी घटना का खुलासा हो पाया है। पुलिस ने इस मामले में पीली धातु के मंगलसूत्र, टॉप, चेन, चांदी की पायल, बड़े और बच्चों के गहने, छोटे सिक्के पूजा वाले, बड़े सिक्के चांदी के गिलास और अलग-अलग सिक्के जिनकी कीमत हजारों में हैं। वहीं न्यूजीलैंड करेंसी के 350 डॉलर बरामद किए हैं। बरामद माल की कीमत लाखों में है। पुलिस ने इनके फेसबुक प्रोफाइल फोटो और घटना के बाद जांच करने के दौरान जो फुटेज हासिल की थी उससे प्रतीक श्रीवास्तव और कबीर दुबे के चेहरों और हुलिये की मिलान में जूतों को मिलान करते हुए पूरी घटना का खुलासा किया है।
फ्लैट में लगवाए गेट पर कैमरा जानकार को ही दे एंट्री : सीओ
(करंट क्राइम)। सीओ इंदिरापुरम अभय मिश्र ने कहा है कि इंदिरापुरम और वसुंधरा, कौशांबी के इलाके में अधिकतर ऐसे लोग रहते हैंं जिनके परिवार के लोग दिन में नौकरी पर निकल जाते हैं और बच्चे स्कूल-कॉलेज घर में बुजुर्ग अकेले रहते हैं।और वे बदमाशों का सॉफ्ट टारगेट बन जाते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह घर व फ्लैट के बाहर सीसीटीवी अवश्य लगाएं साथ ही घर में कोई ऐसा इमरजेंसी अलार्म या फोन नंबर सिस्टम रखें ताकि वह किसी भी आपात स्थिति में पुलिस या अपने परिजनों को सूचना दे सकें। उन्होंने बताया है कि अक्सर घरों में रहने वाले अकेले बुजुर्ग बदमाशों का सॉफ्ट टारगेट होते हैं। बता दें कि पीड़ित ललित जोशी सेक्टर-15 निवासी के घर 27 जून को किराए का मकान देखने आए बदमाशों ने उनको बंधक बनाकर लूटपाट को अंजाम दिया था।
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