सपा जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष का दावा 100 वार्डों पर पार्टी उतारेगी उम्मीदवार
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। सियासत में दफ्तर उसी दल का गुलजार होता है जिसकी सरकार होती है। चुनाव का समय है और साईकिल वाले दल के लिए अच्छी बात ये है कि वो दस साल के लिए सत्ता से बाहर है लेकिन उसके पार्टी दफ्तर पर निगम चुनाव के लिए दावेदारों की बहार दिख रही है। सपा से चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार अपना बॉयोडाटा लेकर कार्यालय पहुंच रहे हैं। करंट क्राइम ने सपा कार्यालय का रूख किया तो पता चला कि यहां पर संगठन के दोनों अध्यक्ष भी मौजूद हैं और बॉयोडाटा लेकर दावेदार भी मौजूद हैं। सपा के जिलाध्यक्ष राशिद मलिक और महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी एक्टिव मोड में नजर आये।
यहां पर जिलाध्यक्ष राशिद मलिक पूरे कॉन्फिडेंस में थे और उन्होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी इस निगम चुनाव में 100 वार्डों में अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है। उन्होंने दावा किया कि सपा इस चुनाव में कई सीटों पर एक बड़े मार्जिन से जीत हासिल करेगी।
जब अध्यक्ष ने कर दिया पूर्व महानगर अध्यक्ष का फोन सुनने से इंकार
(करंट क्राइम)। साईकिल की सरकार नही है लेकिन उसके यहां चुनावी मेला लगने लगा है। दावेदार आने लगे हैं और सिफारिश वाला सीन सजने लगा है। एक पूर्व महानगर अध्यक्ष का फोन आया और उनकी सिफारिश से कोई दावेदार अपना बॉयोडाटा लाया। दावेदार की जिद थी कि रिसीविंग दीजिये और महानगर अध्यक्ष ने साफ कहा कि ऐसी कोई परिपाटी, कोई नियम, कोई परम्परा पार्टी में नही है। अब जो बॉयोडाटा लेकर आया था उसके सिर पर तो पूर्व महानगर अध्यक्ष के रूतबे का पूरा साया था। उसने भी बिना एक सेकेन्ड की देरी किये पूर्व महानगर अध्यक्ष को फोन मिला डाला। यहां पर सीन ऐसा हुआ जिसने देखने वालों को हिला डाला। दावेदार फोन मिलाकर बॉयोडाटा रिसीविंग वाली बात पर अध्यक्षों से बात करने के लिए कहता रहा लेकिन अध्यक्षों ने पूर्व महानगर अध्यक्ष का फोन ही रिसीव नही किया और बाद में फोन हिमांशु पाराशर के हाथ में दे दिया। हिमांशु पाराशर ने ही बात की और पूर्व महानगर अध्यक्ष का पूरा ताप झेला।
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