वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। राजनीति में जब कोई चुनाव लड़ता है तो फिर उसका पुराना इतिहास भी उखड़ता है। समाजवादी पार्टी के उम्मेद पहलवान ने जब लोनी नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष पद की उम्मीद रखते हुए अपनी दावेदारी की और बॉयोडाटा दिया तो दावेदारी की खबर समाजवादी पार्टी में तेजी से फैली। उम्मेद पहलवान ने बॉयोडाटा देते हुए अपना फोटो भी खिंचवाया और ये फोटो सोशल मीडिया पर भी आया। सवाल ये उठने लगा कि आखिर उम्मेद पहलवान समाजवादी हैं भी या नहीं। गौरतलब है कि उम्मेद पहलवान सोशल मीडिया पर आये एक बयान को लेकर जेल भेजे गये थे और यह बयान किसी दाढ़ी वाले मामले से संबंधित था। इस मामले में बड़ा मोड़ तब आया था जब प्रशासन ने उनपर रासुका लगाई और जेल में उनसे मिलने कोई भी समाजवादी नहीं पहुंचा। बहरहाल शुक्रवार को उम्मेद पहलवान ने अपना दावेदारी वाला बॉयोडाटा दोनों ही अध्यक्षों को सौंपा।
महानगर अध्यक्ष ने कहा जिलाध्यक्ष ही इस मामले पर बतायेंगे
उन्होंने बॉयोडाटा दिया तो दोनों अध्यक्षों ने लिया। इस कन्फ यूजन से पर्दा हटाने के लिए करंट क्राइम ने दोनों अध्यक्षों को फोन लिया मिला। अब फोन पर बात भी हुई।
करंट क्राइम ने यहां दोनों अध्यक्षों को फोन मिलाया और पूछा कि जब उम्मेद पहलवान बॉयोडाटा दे रहे हैं तो दोनों अध्यक्ष इतना सीरीयस क्यों हैं। यहां पर करंट क्राइम ने जब महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी से पूछा कि क्या उम्मेद पहलवान समाजवादी पार्टी में हैं तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस सवाल का जवाब जिलाध्यक्ष राहुल चौधरी बतायेंगे। क्योंकि लोनी क्षेत्र महानगर के कार्य क्षेत्र में नहीं आता है यह जिलाध्यक्ष के कार्यक्षेत्र में आता है। इसलिए वही बतायेंगे।
लोनी में हैंडपंप करा देगा इस दावेदारी को पहले ही जम्प
उम्मेद पहलवान बड़ी उम्मीदों के साथ अपना बॉयोडाटा लोनी नगरपालिका अध्यक्ष के लिए देकर आये हैं। उनकी सपा में मौजूदगी और गैर मौजूदगी का भी सवाल उठा है। उनकी दावेदारी को लेकर अंदरखाने बवाल उठा है।
लेकिन यहां पर हैन्डपम्प पहले ही इस दावेदारी को जम्प करा देगा। खतौली उपचुनाव में सपा रालोद साथ रहे हैं और लोनी में भी ये साथ कायम रहेगा। ऐसे में सीट रालोद के खाते में जायेगी तो फिर उम्मेद की दावेदारी में कहां दम रहेगा।
डीपी में उम्मेद के साथ हैं सपा मुखिया अखिलेश यादव
(करंट क्राइम)। उम्मेद पहलवान ने वक्त और हालात का एक कड़ा दौर देखा। वो जेल गये और उनसे मिलने कोई समाजवादी नहीं पहुंचा। उनपर रासुका लगी और वो जमानत पर बाहर आये। लेकिन उनके समाजवादी जज्बात नहीं डगमगाये। आज भी उनकी डीपी पर सपा मुखिया अखिलेश यादव का फोटो उनके साथ है। संगठन मुखिया कह रहे हैं कि उम्मेद कभी पार्टी से बाहर ही नहीं थे। ऐसे में वो लोनी से सपा के उम्मीदवार हो भी सकते हैं।
उम्मेद का बॉयोडाटा है स्वीकार वो कब हुए थे पार्टी से बाहर: राशिद
(करंट क्राइम)। करंट क्राइम ने जब सपा जिलाध्यक्ष राशिद मलिक से बात की तो पहले उन्होंने महानगर अध्यक्ष से बात करने के लिए कहा। जब उन्हें बताया गया कि लोनी नगरपालिका जिलाध्यक्ष के कार्यक्षेत्र का मामला है तो यहां जिलाध्यक्ष राशिद मलिक ने काफी लंबे साइलेंस के बाद कहा कि उम्मेद पहलवान समाजवादी पार्टी में हैं और उन्होंने कहा कि उम्मेद पहलवान ने लोनी नगरपालिका परिषद से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए बॉयोडाटा दिया है। उनका बॉयोडाटा स्वीकार है। यहां राशिद मलिक ने हैरानी जताते हुए कहा कि उम्मेद पहलवान कब पार्टी से बाहर हुए थे वो पार्टी में ही हैं।