आईपीएस और पीपीएस अधिकारियों को मिलेगी नई पोस्टिंग
प्रमोशन होने के बाद सर्किल आफिसरों के भी बदलेंगे जिले
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। आज एक अगस्त है और अगस्त माह में पुलिस महकमे में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। इसी माह पुलिस महकमे को उत्तर प्रदेश के स्थाई डीजीपी मिल सकते हैं, तो वहीं जिले में भी कई परिवर्तन होंगे। जिले में तीन से चार आईपीएस अधिकारियों को नई पोस्टिंग मिल सकती है, तो वहीं कई सर्किल आॅफीसर प्रमोशन के बाद गैर जनपद रवानगी पर होंगे। इसमें सिटी से लेकर देहात तक के अधिकारी शामिल रहेंगे। तो वहीं नदियापार पर भी इसका असर देखने को मिलेगा। कुछ अधिकारियों की रवानगी नए अधिकारियों को चांस देगी, वहीं गाजियाबाद पुलिस का आने वाले समय में वर्किंग का स्टाइल और क्वालिटी भी देखने लायक रहेगी। बीते लंबे समय से यह अधिकारी जिले में थे और इनके द्वारा बेहतर ढंग से क्राइम कंट्रोल को लेकर योजनाएं बनाई जा रही थी। इनकी देखरेख में महत्वपूर्ण चुनाव संपन्न हुआ, तो वहीं कांवड़ यात्रा जैसा मिशन वाला आयोजन भी सफलता पूर्वक बिता। सूत्र बता रहे हैं कि अगस्त में आईपीएस और पीपीएस अधिकारियों की लिस्ट आने के बाद पोस्टिंग वाला ट्विस्ट भी अवश्य देखने में आएगा।
नई टीम क्या दिखा पाएगी पुरानों जैसा रंग
गाजियाबाद पुलिस महकमे में अभी से चर्चा शुरू हो गई है कि आने वाले दिनों में जब आईपीएस अधिकारी दूसरे जिलों में जाएंगे और पीपीएस अधिकारी प्रमोशन के बाद जनपद छोड़ेंगे तो पुलिसिंग का सीन क्या होगा। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में कई बड़ी सूचनाएं भी सुनाई देंगी। वहीं इस बात की चर्चा हो रही है कि जब नए अधिकारी आएंगे तो उनके साथ मौजूदा पुलिस अधिकारियों की ट्यूनिंग क्या रहेगी और वह किस तरीके से एसएसपी गाजियाबाद के साथ तालमेल बिठाते हुए यहां की कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण की कार्य योजना तैयार करेंगे। वैसे कहा जाता है कि एसएसपी मुनिराज अपने अधीनस्थों से बेहतर ढंग से काम लेने और उनके साथ तालमेल बैठाने में माहिर हैं। अब देखना होगा कि अगस्त में लिस्ट और पोस्टिंग का ट्विस्ट आने के बाद सीन क्या रहता है।
देहात और सिटी दोनों पर पड़ेगा असर
जिले में नई पोस्टिंग के फरमान आने और प्रमोशन वाली लिस्ट आउट होने के बाद जिले के देहात इलाके से लेकर सिटी इलाके में अलग समीकरण देखने को मिलेंगे। लंबे समय तक जिले में तैनात रहे, एसपी देहात, एसपी सिटी, एसपी क्राइम और सीओ इंदिरापुरम, सीओ सिहानी गेट, सीओ आॅफिस, सीओ मोदीनगर, सीओ एलआईयू सहित कुछ अन्य अधिकारियों से जुड़ी खबर मिल सकती हैं। जिसके बाद देखना होगा कि जिले और देहात से इन अधिकारियों के हटने के बाद उनकी कमी कौन पूरी करता है और वह कितनी दमदार रहेगी।
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