वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। कार्यकर्ता किसी भी दल का हो। उसे अच्छा लगता है कि उसकी पार्टी का बड़ा नेता एक बार उसके घर चाय पीने के लिए आ जाये। उसके परिवार के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हो जाये। बड़े नेता की कार्यकर्ता के यहां मौजूदगी उसे बल देती है। कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के लोगों में ये भी मैसेज देने में कामयाब रहता है कि उसके संबंध बड़े नेता से कितने अच्छे हैं। अक्सर हम बड़े नेताओं को बड़े नेताओं के घर। डिनर डिप्लोमेसी करने वाले जनप्रतिनिधियों को डिनर डिप्लोमेसी करने वाले जनप्रतिनिधियों के घर जाते हुए देखते हैं। मगर ऐसे सीन बहुत ही कम दिखायी देते हैं कि कोई बड़ा मंत्री या पदाधिकारी अपने कार्यकर्ता के घर सरप्राईज देने के लिए पहुंचा हो। यहां पर हम बात भाजपा के एक ऐसे कार्यकर्ता की कर रहे हैं जो गोविन्दपुरम मंडल में महामंत्री हैं। जो हम राम को लाये हैं वाली धुन सुनकर अक्सर थिरकने लगते हैं। क्षेत्र में अपने व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। ऐसे ही कार्यकर्ता उपेन्द्र शिशौदिया हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान राज्यमंत्री स्वतंत्रप्रभार नरेन्द्र कश्यप को अपने घर या कार्यालय पर आने का निमंत्रण दिया। मंत्री जी ने कहा कि आपके यहां जरूर आयेंगे। गुरूवार को नरेन्द्र कश्यप ने अपना वादा निभाया और उपेन्द्र शिशौदिया के क्रासिंग स्थित पर सरप्राईज विजिट कर दी। नरेन्द्र कश्यप की खास बात ये है कि उन्होंंने जड़ से जुड़कर राजनीति की है। एक कार्यकर्ता के रूट से होते हुए वह शीर्ष तक पहुंचे हैं। वह कार्यकर्ता के भाव को बखूबी समझते हैं। यही वजह है कि जब उपेन्द्र शिशौदिया ने उन्हें कार्यालय आने का निमंत्रण दिया तो मौका मिलते ही वह उनके कार्यालय पर पहुंच गये। उपेन्द्र शिशौदिया मंत्री जी के आगमन से सरप्राईज हो गये और उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। खबर का संदेश स्पष्ट है कि पार्टी का वर्कर बड़े नेता को भी अपने घर या कार्यालय पर देखना चाहता है। जिससे उसका मान बढ़ता है सम्मान बढ़ता है। कुछ इस तरह की फील नरेन्द्र कश्यप ने गुरूवार को एक कार्यकर्ता को कराई है।
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