दिल्ली: राजस्थान के कोटा में गुरुवार को रामपुर उत्तर प्रदेश के 18 वर्षीय छात्र मनजोत सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। मनजोत कोटा से मेडिकल की तैयारी कर रहा था और इसी साल अप्रैल में कोटा में एडमिशन लिया था। अब मनजोत के माता-पिता ने आत्महत्या मामले में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
उत्तर प्रदेश के रामपुर का रहने वाला छात्र मनजोत चार महीने पहले ही में कोटा में NEET की तैयारी के लिए आया था और एक कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया था।
मनजोत ने जिस तरीके से आत्महत्या ही उससे पुलिस भी शॉक में थी। उसके हाथ पीछे बंधे हुए थे और मुँह पर पॉलिथीन लपेट रखी थी। पुलिस सूचना के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नही ले गयी थी वो मनजोत के माता-पिता के आने का इंतज़ार कर रही थी।
मनजोत के परिवार ने बताया की जब वो उस छात्रावास परिसर में पहुंचा, जहां मनजोत मृत पाया गया तो उसके हाथ पीछे बंधे हुए थे, हाथ पीछे कोई बाँध कर कैसे सुसाइड कर सकता है ? इसी बात को लेकर उन्होंने हत्या का शक जताया है।
मृतक छात्र मनजोत के माता-पिता ने और संदेह जताते हुए कहा कि हॉस्टल का कमरा अंदर से बंद था, लेकिन कमरे की खिड़कियां टूटी हुई थीं। हो सकता है जो सुसाइड नोट मिला है वो भी और किसी ने लिखा होगा। उन्होंने इस कृत्य के लिए छात्रावास प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराया।
फिलहाल पुलिस ने प्रथम द्र्श्या इसको आत्महत्या का केस बताया है वही अब छात्र के माता-पिता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से न्याय की गुहार लगाई है।